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मखाना बदलेगी पूर्णिया के किसानों की किस्मत, पूर्णियां बनेगा उत्पादन हब – डीएम

मखाना विकास योजना अंतर्गत मखाना की खेती विषय पर पार्वती मंडल उच्च माध्यमिक विद्यालय हरदा में किसानों के साथ एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला उद्यान कार्यालय कृषि विभाग पूर्णिया द्वारा इसका आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त चंद्रिमा अत्री,अनुमंडल पदाधिकारी सदर कार्यपालक अभियंता विद्युत पूर्णिया पूर्व एवं पश्चिम तथा संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

इस मखाना कृषक कार्यक्रम में पूर्णिया पूर्व प्रखंड के मखाना कृषकों ने भाग लिया। मखाना संवाद कार्यक्रम में उपस्थित मखाना किसानों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने मखाना उत्पादन में किए जा रहे कठिन परिश्रम के लिए मखाना किसानों का धन्यवाद दिया।

एग्री फीडर कनेक्शन से कम लागत में मखाना उत्पादन से किसानों की आय में होगी बढ़ोतरी

जिलाधिकारी ने कहा कि मखाना के मेहनतकश किसानों को प्रोत्साहित करने तथा उनकी आय को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा मखाना विकास योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत मखाना की खेती करने वाले किसानों को 75% सब्सिडी दी जाती है। इसके साथ साथ मखाना किसानों की लागत कम करने के लिए विभिन्न तकनीकि इंटरवेंशन भी किए जा रहे जिससे किसान अब कम खर्च पर मखाना की खेती कर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकेंगे। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि तकनीकी इंटरवेंशन का बड़ा उदाहरण मखाना किसानों को एग्री फीडर से जोड़ना है। एग्री फीडर से जोड़ने से किसानों की लागत में कमी आ जाएगी। जिला प्रशासन के द्वारा पूर्णिया जिले के मखाना किसानों का सर्वे कराया गया जिसमें पाया गया कि पूरे जिले में लगभग 3500 किसानों द्वारा 9500 एकड़ में मखाना जिसमे अब एग्री फीडर से विद्युत कनेक्शन उपलब्ध हो जाने से किसानों की लागत में कमी आएगी।

बिहार में भारत का 90% मखाना का उत्पादन किया जाता है। पूर्णिया मखाना उत्पादन का हब बन रहा है। डीएम ने बताया कि मखाना उत्पादन एवं प्रसंस्करण में पूर्णिया देश में अव्वल बन सकता है। मखाना के क्षेत्र में पूर्णिया में असीम संभावनाएं हैं। इसी प्रकार मखाना खेतों में ड्रोन से सिंचाई करने पर मात्र 7 मिनट में एक एकड़ खेत में दवाओं, कीटनाशकों या नैनो यूरिया का छिड़काव किया जा सकेगा।

जिससे किसानों के लगत में अप्रत्याशित रूप से कमी आएगी। इस संवाद का मुख्य उद्देश्य मखाना उत्पादन में संघर्ष को कम करना नए युवा वर्ग को इसके प्रति प्रोत्साहित करना और नए युवा वर्ग को कृषि उद्यमी की ओर बढ़ावा देना है। जिला प्रशासन द्वारा बड़ा अभियान चलाया जा रहा है कि किसानों की कठिनाइयां एवं संघर्षों को कैसे कम किया जाए।

संबंधित किसानों द्वारा मखाना की खेती में आने वाली विभिन्न कठिनाइयों एवं समस्याओं से जिला पदाधिकारी को अवगत कराया। डीएम ने बताया कि कोविड-19 के समय कृषक ही सबसे अच्छा दोस्त है यह सभी को फिर से पता चला। अन्नदाता कृषकों के आय को कैसे बढ़ाया जाए,उत्पादन में खर्च को कैसे कम किया जाए इसकी जरूरत है ।

भविष्य में मखाना को अच्छे ढंग से सिस्टमैटिक तरीके से करने से आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर है। पहले मखाना सिर्फ पर्व त्योहार में पावन प्रसाद के रूप में मखाना को उपयोग में लाया जाता है। परन्तु अब मखाना सुपर फूड के रूप में अपनी पहचान बना रहा है । विश्व में मखाना को पापुलैरिटी मिल रहा तथा मांग में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। इस मांग को हमे अपने फायदे के लिए उपयोग करना है।

मखाना की खेती की जानकारी आप सभी कृषकों को है। जो भी समस्या है उसका त्वरित समाधान किया जा रहा है। गुरी निकालना और प्रोसेसिंग काफी महत्वपूर्ण है। पहले के बीज का किसान पारंपरिक रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं। बीज की गुणवत्ता पर कार्य करने की आवश्यकता है जिससे उत्पादन में और वृद्धि किया जा सके। मखाना के साथ-साथ मछली उत्पादन से भी आय में बढ़ोतरी होगी। खासकर कृषि में ऑर्गेनिक खाद का ही उपयोग करें आय में बढ़ोतरी होगी।

नवीन तकनीक का प्रयोग कर एक अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए किसान नवीन तकनीकी का प्रयोग करें समय एवं खर्च दोनों का बचत होगा

पहले कृषि में लोग हाल का उपयोग करते थे इसके जगह ट्रैक्टर का इस्तेमाल करने लगे। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि किसानों के खेत तक ड्रोन से उर्वरक एवं अन्य केमिकल छिडकाव करने के लिए किसानों का चयन किया जाएगा। सरकार के द्वारा इसके लिए 60% अनुदान दिया जा रहा है। गुरी को सुरक्षित रखने के लिए भंडार गृह किसानों के लिए दिया जाएगा सरकार द्वारा इसके लिए भी योजना लाया जा रहा है।

मनरेगा द्वारा खेत पोखर का लाभ लेने वाले कृषकों को लाभ दिया जाएगा। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अब मखाना उत्पादन के साथ भविष्य में मखाना का पैकेजिंग प्रोसेसिंग ब्रांडिंग पूर्णिया में होने वाला है। स्टार्टअप पूर्णिया के तहत बियाडा में प्लग एंड प्ले के अंतर्गत मखाना प्रसंस्करण के लिए 55000 स्क्वायर फीट जगह प्रदान की गई है।

जिससे पूरे देश विदेश में मखाना के प्रोडक्ट भेजा जाएगा साथ ही पीएमईजीपी योजना एवं अन्य उद्यमी योजना माखाना प्रोसेसिंग के लिए लाभ दिया जाएगा। पूर्णिया के मखाना को वैश्विक स्तर पर मखाना को पहुंचाने के लिए कृषकों को लक्ष्य रखना होगा। सबौर से उच्च क्वालिटी मखाना बीज का उपयोग कर प्रति एकड़ उपज में और वृद्धि किया जा सकता है। मखाना देश विदेश में भेजने के लिए पोस्ट ऑफिस से कम लागत पर पार्सल के माध्यम से भेज कर मुनाफा कमा रहे हैं। इसके लिए पूर्णिया जिले में व्यवस्था की गई है।

अब जल्द ही पूर्णिया से एयरपोर्ट से उड़ान की सुविधा उपलब्ध होगी। कार्गो कंपलेक्स बनाया जा रहा है जहां से किसान अपने उत्पाद को विदेशों में भेज सकेंगे। अब किसानों को कम खर्च पर बिजली उपलब्ध मिलेगी और सिंचाई के लागत में कमी आयेगी।जिससे किसानों को मखाना उत्पादन के लागत में कमी आएगी। किसानों को उत्तम किस्म के मखाना के बीज का उपयोग करने को कहा गया।अच्छी गुणवत्ता वाले मखाना के उत्पादन से किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी।

जिला पदाधिकारी द्वारा सभी उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा गया कि जिला प्रशासन तथा सरकार आपके साथ हर समय है। आपको बस लगन से कार्य करना है। इस मौके पर उप विकास आयुक्त पूर्णिया, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला बागवानी पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता , विद्युत आपूर्ति प्रमंडल पूर्णिया पूर्वी तथा पश्चिमी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे ।

एक लेखक, एक विचारक और एक समाज सेवी। मैं आपको लोकल न्यूज, facts और रोचक जानकारी से अवगत करूंगा, उम्मीद करूंगा आपको मेरा कार्य अच्छा लगे और आप इसकी सराहना करेंगे ।

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